Business mantra : बिजनेस की शुरूआत से पहले रूपरेखा तैयार करें - Business Mantra बिजनेस मंत्रा : सफलता की कुंजी

Business mantra : बिजनेस की शुरूआत से पहले रूपरेखा तैयार करें



किसी भी बिजनेस को शुरू करने के पहले यदि आप रूपरेखा तैयार कर लेते है तो आप उसके अनुसार बड़ी मार्केट  में अपनी मौजूदगी दर्ज करवाना चाहते हैं, तो आप बिना रूपरेखा तैयार किए, बिजनेस में न उतरे। आपकी रूपरेखा उत्पादन, विक्रेता, क्रेता से संबंधित हो। रूपरेखा माला में लगे फूल या मकान में लगे ईट की तरह होनी चाहिए। जो एक-दूसरे से जुड़ कर अपनी पहचान बनाती है।

अलग-थलग पड़ा एक फूल जब माला में पिरो दिया जाता है, तो उसकी एक अलग पहचान बन जाती है। किसी के गले में पड़कर वह शोभा देता है। एक-एक ईट जुड़कर मकान बनता है। जो इंसान को सिर छुपाने का आसरा देता है। एक ईट से आसरा नहीं बनता! आसरा तब होता हैं जब एक-एक ईट जुड़कर मकान बनता है।

किसी भी रूपरेखा का प्रारूप मकान के समान होना चाहिए जिससे वह उपभोक्ता के लिए उपयोगी हो। बिना किसी रूपरेखा के बिजनेस की तैयारी बारिस के दिनों में बिना छतरी के घर से बाहर निकलने जैसा है। बिना छतरी के बारिश में भीग कर बीमार होकर बिस्तर पर पड़े रहेंगे। आपकी कंपनी भी बिना छतरी (रूपरेखा) के मार्केट के फंडे की बारिश में भीग कर बीमार पड़ जाएगी।

मेरा मानना है, कोई भी बिजनेस बिना रूपरेखा तैयार किए शुरू ही नहीं करनी चाहिए। यह आपके उस यात्रा के जैसा हैं, आपको दिल्ली जाना है पर आपको पता ही नहीं है कि दिल्ली कौन-सी टेªन जाती है। सिर्फ टेªन के बारे में पता कर लेने से ही काम नहीं चलता है।

आपको दिल्ली किस वक्त पहुंचना हैं? कब पहुंचना हैं? टेन में रिजर्वेशन करवाना हैं? यात्रा के लिए जरूरी सामान लेना है? बैग तैयार करना है? कागजात को ठीक से रखना जैसी अनेक बातों का ध्यान रखना पड़ता है। अब आप आसानी से समझ सकते है कि जब मामूली यात्रा के लिए पूरी रूपरेखा तैयार करनी पड़ती हैं तो एक बिजनेस को बिना रूपरेखा तैयार किए आगे कैसे बढ़ा सकते है।

बड़े बिजनेसमैनों का कहना है, बिजनेस सिर्फ अनुभव के बल पर नहीं चलता है। अनुभव तो बहुत बाद में काम आता है। बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए के लिए अच्छी रूपरेखा की आवश्यकता होती है। इस भ्रम में कभी भी न रहें, बिजनेस शुरू कर लें रूपरेखा तो आगे बनते रहेंगे। रूपरेखा तैयार कर लेना सफलता की गारंटी देता है। इससे समय, ऊर्जा और अर्थ की बचत होती है।

बिजनेस बैकग्राउंड वाले कई बार नए बिजनेस में फेल हो जाते है। इसके पीछे खास वजह होती है। उनके पास सही रूपरेखा नहीं होती है। वे ओवर कान्फिडेंस में होते है कि हम पहले से ही बिजनेस चला रहे हैं, हमें किसी तरह की रूपरेखा तैयार करने की आवश्यकता नहीं है। सफल बिजनेस चला रहे रिचर्ड शेल का कहना है, आप एक अच्छे पायलट है तो क्या हुआ, बिना मैप के आप हवाई जहाज नहीं चला सकते है।

आसानी से काम करते हुए आगे बढ़ते चले जाते है। अगला कदम उठाने के लिए आपको समय और सोचने की आवश्यकात नहीं होती है। आप किसी काम को लेकर उलझन में नहीं होते है। कदम-दर-कदम आप आगे बढ़त चले जाते है। मंजिल आपके कदमों में होती है।