Business Mantra : महिलाएं घर से शुरू करें बिजनेस ....3 |
Business Mantra : फ्रीलांसिंग कैसे शुरू करें | महिलाएं घर से शुरू करें बिजनेस
फ्रीलांसिंग यानी स्वतंत्र लेखक
फ्रीलांसिंग कैसे शुरू करें | महिलाएं घर से शुरू करें बिजनेस Business Mantra में आपका स्वागत है. इसके माध्यम से महिलाओं के लिए बिजनेस और करियर के बारे में जानकारी दे रही हूं. बहुत सारे ऐसे बिजनेस है जिसे महिलाएं घर बैठे कर सकती है. यह ऐसे बिजनेस है जिनसे पहले ही दिन से कमाई शुरू हो जाती है. आज हमारा टाॅपिक है स्वतंत्र लेखक यानी फ्रीलांसिंग.Women Business, Low Budget business, 1000 रूपए से शुरू 5 हजार में खड़ा करें करोड़ों का बिजनेस 10 हजार में शुरू करें बिजनेस
जो महिलाएं घर पर रहकर ऐसा कुछ काम करना चाहती है जिससे घर के काम-काज के अलावा बचे हुए समय का सदुप्रयोग हो सकें जिससे कुछ आय भी हो और साथ ही साथ उनका नाम भी हो. ऐसी महिलाओं के लिए स्वतंत्र लेखन बहुत ही अच्छा वर्क है.
यदि आपको लिखने का शौक है तो आप घर पर रहकर फ्रीलांसर यानी स्वतंत्र लेखन को अपने कैरियर के तौर पर अपना सकती है. आपको पता ही होगा कि अखबार, पत्रिका, आकाशवाणी, दूरदर्शन आदि के लिए लेख, कहानी, फीचर, फोटोग्राफ आदि की आवश्यकता की पूर्ति फ्रीलांसर द्वारा ही की जाती हैं. सोशल मीडिया के बढ़ते चलन की वजह से आजकल वेब, ब्लाॅग, टियुट्र और युट्युब में लिखने के लिए भी लेखकों की आवश्यकता होती हैं.
स्वतंत्र लेखन के लिए अधिकतम योग्यता
स्वतंत्र लेखन के लिए न तो किसी तरह की न्यूनतम या अधिकतम योग्यता की आवश्यकता होती है और न इसमें कोई उम्र की सीमा है. आप किसी भी उम्र की क्यों न हो आप लिखना चाहती है तो स्वतंत्र रूप से लिख सकती है. लेखन के लिए किसी प्रकार के प्रशिक्षण की आवश्यकता भी नहीं होती. अनुभव और अभ्यास से लेखन में अपने आप निखार आने लगता है. सबसे जरूरी बात यह है कि जिस भाषा में आप लेखन करना चाहती है उस भाषा का सही ज्ञान होना जरूरी है.स्वतंत्र लेखन के लिए विषय
स्वतंत्र लेखन के लिए विषयों की कोई कमी नहीं है. आपको लिखने का शौक है तो आप अपनी पसंद की किसी भी विषय पर लिख सकती है. अब आप सोच रही होगी कि आखिर ऐसे कौन-कौन से विषय ही जिन पर महिलाएं लिख सकती है. आपको बता दूं, महिलाओं के लिए कोई निश्चित विषय नहीं है. महिलाएं चाहें तो खानपान, ब्युटी, हेल्थ, फैशन के अलावा क्राइम, सेक्स, होर्र, फेंटसी, जादू-टोना किसी भी विषय पर लिख सकती है.समसामायिक विषय
इनके अलावा समसामायिक विषयों पर अपने विचार, रोचक तत्थ, रोचक जानकारी, अपने अनुभव, समस्या आदि विषयों पर भी आप लिख सकती है. अपने आसपास के प्राचीन, एतिहासिक, धार्मिक, दर्शनिय स्थलों के बारे में जानकारी एकत्र कर सचित्र सामाग्री प्रकाशन के लिए भेंज सकती है.कैरियर से संबंधित विषय
युवाओं, किशोरों को जागरूक करने वाले लेख, कैरियर आदि से संबंधित ऐसी कोई विशेष जानकारी जिसके बारे में अधिक लोगों को मालूम न हो, जानकारी रोचक और पाठकों के लिए लाभदायक हो, ऐसे लेख लिखकर प्रकाशन के लिए भेंज सकती हैं. महान पुरूषों, वैज्ञानिक, प्रतिभावान व्यक्तियों के जीवन पर भी आप लिख सकती है. इनके अलावा आप काल्पनिक कहानियां, लव स्टोरी, शाॅर्ट स्टोरी, चित्रकथा, जासूसी कहानियां, अपराधकथा, सत्थकथायें, उपन्यास भी लिखकर अपने नाम से छपवा सकती हैं.आप लेखन को अपनाना चाहती है तो इस बात का ध्यान रखें कि रचनाएं मौलिक और व्यवहारिक होना चाहिए. आपके द्वारा लिखी गई रचनाओं में किसी की आलोचना, बुराई या गाली गलौच न हो. आपके लेखन से किसी दूसरे को किसी तरह से मानसिक, शारीरिक, सामाजिक, धार्मिक या आर्थिक ठेस न पहुंचे.
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स्वतंत्र लेखन के क्षेत्र में कमाई
अब सोच रही होगी कि इतना लिखने के बाद आपको कितना फायदा होगा. आप को बता दूं इस क्षेत्र में कमाई की कोई निर्धारित सीमा नहीं है. क्योंकि देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं व प्रकाशकों द्वारा लेखकों को दी जाने वाली राशि में भी भिन्नता होती है. देश की प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाएं व प्रकाशक स्वतंत्र लेखकों को अच्छा खासा पैसा देती है, वहीं छोटे या मध्यम प्रकाशक व पत्रिकाएं अपने लेखकों को अपने स्तर पर पैसा देती है. इसी तरह पत्र-पत्रिकाओं द्वारा नामी व प्रतिष्ठित लेखकों को अधिक और नए लेखकों को कम पारिश्रमिक दी जाती है. संपादक इस बात का भी ध्यान रखते है कि अच्छे लेख पर लेखक को अच्छा भुगतान किया जाएं.पत्र-पत्रिकाओं के अलावा आकाशवाणी, दूरदर्शन, ब्लाॅग, टियुट्र के लिए भी आप स्वतंत्र लेखन कर सकती है. स्वतंत्र लेखन में इस बात का ध्यान रखें कि आप जितना अधिक लिखेंगी और छपेगी उतना ही अधिक पारिश्रमिक प्राप्त करेगी.
बिजनेस टिप्स
- रचना भेंजते समय इस बात का ध्यान रखें की रचना स्पष्ट व साफ सुथरी हो. लेख पढ़ने में असुविधा होने पर संपादक अपना समय बर्बाद नहीं करेगा. हस्त लेखन साफ न होने पर रचना को टाइप करके भेजें.- ध्यान रहे, हमेशा रचना की मूल कापी भेंजे. रचना कितनी भी अच्छी क्यों न हो फोटो काॅपी स्वीकार नहीं की जाती है.
- रचनाएं भेंजते समय उसके साथ रचना की मौलिकता व अप्रकाशित होने की प्रमाणिकता का पत्र भी जरूर भेंजे.
- तीज-त्यौहार व विशेष अवसर के लिए रचनाएं दैनिक समाचार में 20 से 25 दिन पहले तथा मासिक पत्रिकाओं में दो-तीन माह पहले भेजना चाहिए.
- भेजी गई रचना की एक प्रति अपने पास अवश्य रखें.
- एक ही रचना को कई पत्र-पत्रिकाओं में एक साथ न भेंजे. एक स्थान से यदि रचना अस्वीकृत होती है तो ही उसे किसी दूसरी जगह भेजें.
- रचनाएं मौलिक यानी स्वयं के द्वारा लिखी होनी चाहिए, दूसरों की रचना को चुराकर प्रकाशन के लिए न भेंजे. लेखक आपके खिलाफ कानूनी कार्यवाही कर सकती हैं.
- रचना में दी गई जानकारी व तथ्य सही होनी चाहिए. गलत जानकारी होने पर आपके खिलाफ कानूनी कार्यवाही भी हो सकती हैं.
- लेखन मे हमेशा शालीन भाषा का प्रयोग करें. अश्लील, द्विअर्थी, अपशब्द व गंदी भाषा का उपयोग न करें.
फ्रेंड्स, आप घर पर ही रहकर स्वतंत्र लेखन द्वारा अपने समय का सदुप्रयोग करके अच्छा खासा पैसा और नाम कमा सकती है. आप उपन्यास, कहानी संग्रह, कविता संग्रह, बच्चों के लिए स्टोरी व चित्रकथा, बायोग्राफी आदि लिखकर अपने नाम से प्रकाशित करवा सकती है. बुक छपवाने व पब्लिश करवाने लिए आप हमसे संपर्क कर सकती है.
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