1000 Rs mai apna khud ka business kar sakte hai - Business Mantra बिजनेस मंत्रा : सफलता की कुंजी

1000 Rs mai apna khud ka business kar sakte hai

1000 रूपए में शुरू करें बिजनेस और रोजाना हजारों की करें कमाएं 


1000 रूपए में शुरू करें बिजनेस और रोजाना हजारों की करें कमाएं


 1000 रूपए में शुरू करें बिजनेस और रोजाना हजारों की करें कमाएं : Business Mantra



नमस्कार मित्रों, 

आज जानकारी दे रहे हैं ऐसे पांच फूड बिजनेस के बारे में जिसे आप एक हजार रूपए में आसानी से शुरू कर सकते हैं. यह ऐसा बिजनेस है जिसमें आपको डेली हजारों रूपए की कमाई होगी. हजारों रूपए कमाने के लिए आप को दिन में सिर्फ दो-तीन घंटे की मेहनत करनी पड़ेगी.

ये फाइव फूड बिजनेस भले ही छोटा सा काम लगता है लेकिन दिल्ली के कनाट प्लेस, कलकत्ता के पार्क स्ट्रीट, मुंबई के चर्च गेट जैसे चेन्नई, इंदौर, भोपाल, लखनउ, सूरत आदि छोटे-बड़े शहरों के आॅफिसियल एरिया में छोटे-छोटे स्टाॅल लगाकर दो से तीन घंटे में हजारों रूपए की कमाई करते हैं. आप भी कोई बिजनेस करना चाहते हैं तो इन फूड बिजनेस को करके हजारों रूप्ए मात्र दो-तीन घंटे में कमा सकते हैं. 

किस वक्त लगाए स्टाॅल


इन पांचों फूड बिजनेस को करने का सबसे सही वक्त है दोपहर के बारह बजे से दो बजे के बीच. जब लोगों को तेज भूख लगती है. स्कूल-काॅलेज, इंस्टीटयूट और कोचिंग की छोटी होती है. आॅफीस और इंड्रस्टीयल एरिया में लोगों का लंच टाइम होता है. ऐेसे वक्त में स्टाॅल लगाना सबसे बेहतर समय है.

कहां लगाए

इन पांचों फूड बिजनेस को करने के लिए आॅफिसियल व इडस्टीयल एरिया, कोंचिग सेंटर, स्कूल व काॅलेज, बेंकिग स्ट्रीट, हाॅस्पीटल, बस स्टैंड आदि के आसपास आप लगा सकते हैं.

कौन-कौन से फूड बिजनेस करें

आइए जानते है ऐसे कौन से फूड बिजनेस है जिसे हजार रूप्ए में करके आप डेली के हजारों रूप्ए और महिने के 60 से 70 हजार रूप्ए आसानी से कमा सकते हैं.

छोले चावल, राजमा चावल, कढ़ी चावल, दाल चावल, दही चावल


ये पांचों डीश काफी फेमस है. लोगों द्वारा इसे लंच टाइम में खाना भी पसंद किया जाता है. आप लाजबाब छोले, राजमा, कढ़ी, दाल या फिर दही चावल बना सकते है तो इसे लोगों द्वारा काफी पसंद किया जाएगा.

कितनी रखें कीमत


नाॅमिनल होटलों में कोई भी डिश सौ रूप्ए या उससे अधिक कीमत की होती है. ऐसे में आप अपने डिश की कीमत 50 रूप्ए रख सकते है. यह रेट आप अपने शहर के हिसाब से कम या ज्यादा भी रख सकते है. क्योंकि महानगर, नगर और कस्बे के रेट में काफी अंतर होता है इसलिए आपको इस बात का भी ध्यान रखना होगा.