Chikki Making Business : low investment business with high profit
बिजनेस मंत्रा ब्लाॅग पर न्यू बिजनेस आइडिया Business Ideas के अंतर्गत जानकारी दे रहे है Chikki Making Business (चिक्की मेकिंग बिजनेस) के बारे में.
चिक्की काफी स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक भारतीय मिठाई है. इसे हर उम्र के लोगों द्वारा पसंद किया जाता है. इसे तैयार करना बहुत आसान है. चिक्की को गुड़ या चीनी की चासनी में तैयार किया जाता है. इसमें मूंगफली, काजू, पिस्ता, नारियल आदि कई प्रकार के ड्राईफूड द्वारा तैयार किया जाता है.
चासनी को अच्छे से तैयार कर उसमें इनमें से किसी भी आयटम को डाल कर उसे ट्रे में ठंडा किया जाता है. उसके छोटे-छोटे टुकड़े काट लिए जाते हैं. खास कर ठंड के दिनों में इसकी बिक्री बढ़ जाती है. देश में मकर संक्राति के दिन हर घर में चिक्की खाने का रिवाज है.
टीवी पर दिखाएं जानेवाले चाॅकलेट को लोगों द्वारा कितना ही पसंद किया जाता हो पर जानकार आश्चर्य होगा. भारत में चिक्की की बिक्री चाकलेट से कई गुणा अधिक है. सबसे मजेदार बात यह है कि यह बिना किसी प्रचार के बिकती है.
चिक्की के आयटम अनेक प्रकार से बनाएं जाते है. इसे बनाने की प्रक्रिया काफी सरल है. किसी विशेष अनुभव की आवश्यकता नहीं होती. गुड या चीनी की गाढ़़ी चासनी में मूंगफली, बादाम, ड्रायफूड, नारियल, रामदाना, मूरमूडा, तिल आदि डाल कर इसे ट्रे में रख कर ठंडा कर छोटे-छोटे साइज में काट लिया जाता है.
चिक्की बनाने के लिए आवश्यक सामाग्री
मूंगफली,ड्राई फ्रूट्स,
बादाम,
नारियल,
रामदाना,
मूरमूडा,
तिल
चिक्की बनाने की विधि (chikki recipe at home)
जब पानी गर्म होना शुरू हो जाए तो इसमें गुड़ डालाना जाता है. गर्म पानी में गुड़ अच्छे से पिघल जाएं तो इसे अलग बर्तन में छान लें ताकि चाशनी साफ हो जाए.सर्वप्रथम आपको चूल्हे पर एक कढ़ाई रखने की आवश्यकता होती है. इसमें आवश्यकतानुसार साफ पानी गर्म होने दें.
इसके उपरान्त आपको चाशनी में जिस भी सामाग्री की चिक्की बनाना चाहते है जैसे ड्राई फ्रूट्स, मुंगफली, तिल आदि जो भी हो उसकी आवश्यक मात्रा मिलाने की आवश्यकता होती है.
एक किलोग्राम गुड़ की चाशनी में लगभग 5 किलोग्राम ड्राई फ्रूट्स या मुंगफली या तिल मिलाने की जरूरत होगी.
आप चाहें तो इसमें केवल 5 किलोग्राम मूंगफली या ड्राई फ्रूट्स मिलाए या फिर विभिन्न तरह के ड्राई फ्रूट्स मिला कर भी 1.5 किलोग्राम की मात्रा को पूरी कर सकते हैं. इससे चिक्की में आवश्यक ड्राई फ्रूट्स की आवश्यक मात्रा पूरी हो जाती है.
इसके उपरान्त मिश्रण को एक सपाट लकड़ी के ट्रे पर सावधानीपूर्वक फैला दें. लकड़ी के पाट पर बिछे हुए चिक्की को एक धारदार चाकू से नियमित आकार में काट कर सूखने के लिए छोड़ दें.
आजकल चिक्की कई के प्रकार फ्लेवर जैसे मिंट, रोज, चाकलेट, मैंगो, स्ट्राबेरी आदि में भी तैयार किए जा रहे है.
चिक्की बनाने की मशीन (chikki making machine)
चिक्की को ऑटोमेटिक मशीन में तैयार किए जाने की वजह से समय की बचत के साथ लेबर न मिलने की परेशानी से भी बच जाते हैं. आप यदि कम समय में अधिक संख्या में चिक्की बनाना चाहते हैं, तो मशीन का प्रयोग करें.
इससे कम समय में अधिक उत्पादन के साथ अच्छा व्यापार कर सकते है. मशीन की सहायता से चिक्की बनाने के लिए आपको विभिन्न तरह के मशीनों की आवश्यकता होती है.
1. ग्राउंड नट रोस्टर मशीन
2. स्कीन रीमूविंग मशीन
3. ग्राउंड नट जगेरी मिक्सिंग मशीन
4. शीटिंग और कटिंग मशीन
5. पैकिंग मशीन
इन पांच मशीनों को मिलाकर चिक्की बनाने के प्लांट की स्थापना होती है
chikki manufacturing process
बड़े स्तर पर मशीन की मदद से चिक्की कैसे बनाएं
- सबसे पहले ग्राउंड नट रोस्टर मशीन में 180 डिग्री तापमान पर मूँगफली को पकाया जाता है. मूँगफली पक के लाल तथा सख्त हो जाती है.
- इसके बाद मूंगफली से छिलके निकालने के लिए स्किन रिमूविंग मशीन का इस्तेमाल किया जाता है.
- मूंगफल साफ करने के बाद गुड़ और मूंगफली को एक साथ मिलाने के लिए मिक्सिंग मशीन का प्रयोग किया जाता है. इस मिक्सिंग मशीन की मदद से गुड़ और मूंगफली अच्छे से मिल जाते हैं.
- इसके बाद इस मिश्रण को ट्रे में फैलाकर दिया जाता है.
- इसके तुरंत बाद इसे कटिंग मशीन की मदद से पीस कर दिया जाता है. चिक्की का साइज आप मशीन में सेट कर सकते है.
- ट्रे में चिक्की की मोटाई एक सामान रहे इसके लिए भी एक विशेष मशीन का इस्तेमाल किया जाता है. जिसकी सहायता से चिक्की को अपने हिसाब से मोटाई को रख सकते है.
नोट: चिक्की कैसे तैयार करें इस बारे में अधिक जानकारी के लिए युटियुब पर सर्च कर सकते हैं. यहां आपको चिक्की की अनेक प्रकार की रेसीपी मिल जाएगी.
मुंबई से पूणे के लिए जब हाईवे से होते हुए कोई बस, ट्रेन, टेक्सी कार गुजरती है लोग बीच में एक पड़ाव जरूर लेते हैं. यह पड़ाव है लोनावाना. लोनावाला चिक्की के लिए फेमस है. यहां घर-घर में चिक्की तैयार की जाती है. करोड़ों का करोबार होता है भारत ही नहीं, विदेशों में भी इसकी डिमांड है. चिक्की कंटेनर में भर-भर कर विदेशों में सप्लाई होती है.
लोनावला के चिक्की के इतिहास की बात करें तो सुनकर हर किसी को यह ताज्जुब होगा कि यह छोटा सा गांव चिक्की से भारत को हर साल हजारों डाॅलर विदेशी मुद्रा दिलाता है. चार दशक पहले इस गांव के भाई मगनलाल ने चिक्की बनाने की शुरूआत की थी.
धीरे-धीरे उनकी ख्याति आसपास में बढ़ने लगी. इतनी बढ़ गई कि इस राजमार्ग से जाने लोग अपनी गाडियां रोक कर यहां चक्की खरीदकर ले जाने लगे. आज इस गांव में सेकड़ों चिक्की की फैक्ट्री है. जो आसपास में चिक्की की सप्लाई देने के साथ विदेशों में भी सप्लाई देते हैं. कहने का मतलब है कि यह छोटा सा बिजनेस भी ठीक से करेंगे तो आपको करोड़पति बना सकता है.
Read this :-
यदि आप चिक्की का बिजनेस शुरू करने का मन बना रहे है तो एक अच्छा डिशिजन कह सकते हैं. किसी भी शहर में आप चिक्की का बिजनेस शुरू कर सकते हैं. यदि आप शुरू में अपने आसपास के क्षेत्र में ही ठीक तरीके से सप्लाई दे पाते हैं तो आप अच्छी कमाई कर सकते हैं.
chikki making business cost चिक्की व्यापार की कुल लागत
चिक्की मैन्युफेक्चरिंग बिजनेस की कुल लागत कितनी आएगी.स्थापित के लिये कुल लागत की जानकारी नीचे दी जा रही है.
छोटे (घरेलू) स्तर पर :-
छोटे (घरेलू) स्तर पर चिक्की मेकिंग बिजनेस को करने के लिए 40,000 से 50,000 की आवश्यकता होगी.
बड़े स्तर पर :-
बड़े स्तर पर चिक्की मैन्युफेक्चरिंग के लिए प्लांट लगाना होगा. मशीने खरीदने पड़ेगें. राॅ मटेरियल की आवश्यकता होगी. काम करने के लिए कर्मचारियों को रखना पड़ेगा, इसके लिए उन्हें मासिक वेतन देना पड़ेगा. व्यवास को ग्रो करने के लिए पब्लिसिटी और मार्केटिंग भी करवाना पड़ेगा. इन सबके लिए कम से कम पांच लाख रूपए का खर्चा आएगा.chikki making business marketing चिक्की व्यापार की मार्केटिंग
बड़े शहरों की बजाय छोटे शहरों में चिक्की के बिजनेस का अच्छा स्कोप है. इसकी वजह है कि बड़ें शहरों में चिक्की को उतना पसंद नहीं किया जाता. पर छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में इसकी अच्छी मांग होने की वजह से बिक्री भी खूब होती है.ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे किराना दुकान से लेकर पान ठेले तक में चिककी किते देखें गए है. इसके अलावा छोटे शहरों में स्कूल, बस स्टैंड, ऑटो स्टैंड, सिनेमा हाल, ग्रामीण मेले आदि स्थानों पर इसकी काफी बिक्री होती है. यदि आप इस क्षेत्र में उतरना चाहते हैं तो जान लें. पूरा मार्केट ही खाली पड़ा है.
chikki manufacturing process चिक्की बिजनेस को कैसे करें
इस बिजनेस को शुरू करने से पहले एक सर्वे करें. वह सर्वे आपके क्षेत्र के हिसाब से करें. जिसेस आपको कई तरह के फायदे होगें. आपके क्षेत्र में कौनसी फसल अच्छी होती है.मूंगफली, तिल, नारियल, काजू, बादाम आदि. इनमें से जो फसल ज्यादा होती है उसकी चिक्की प्रमुख रूप् से बनाएं. इससे चिक्की की लागत पर खर्च कम आएंगा. साथ ही अधिक स्वादिष्ट भी बनेगी.
Read this :-
आजकल किसी भी बिजनेस को ग्रो करने के लिए पहले जैसी परेशानी नहीं होती है. ऑनलाइन सभी जानकारियां मिल जाती है. फोन ओर मेल से सब कुछ इजी हो गया है. ऑर्डर मिलने पर माल को भेंजने की व्यवस्था के लिए लोजेस्टिक सर्विस तथा कोरियर सर्विस की हर जगह सुविधा उपलब्ध होने से सब कुछ तुरंत हो जाता है.
chikki making business profit चिक्की व्यापार में लाभ
- चिक्की मेकिंग बिजनेस को यदि छोटे स्तर पर घर से करते है तो प्रतिमाह 10,000 से 15,000 की इनकम कर सकते हैं.
- बड़े स्तर पर चिक्की मैन्युफेक्चरिंग बिजनेस करने पर प्रोडेक्ट की मात्रा और उसकी मार्केटिंग, पब्लिसिटी और सेलिंग के हिसाब से होता है. जितनी अधिक बिक्री उतनी अधिक कमाई.
Licence for chikki making business in india चिक्की व्यवसाय के लिए सरकारी लाइसेंस
इस बिजनेस को शुरू करने के लिए लायसेंस लेना होगा. यह खाद्य से संबंधित बिजनेस है इसलिए खाद्य विभाग द्वारा इसका लायंसेस प्राप्त करना होगा. इसके लिए अधिक परेशान ना हो. आजकल यह सेवा आनलाइन भी उपलब्ध है. इस बारे में वेबसाइट पर जाकर पता कर सकते है.एफएसएसएआई की वेबसाइट पर जाने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें.
यदि आप नए बिजनेस करना चाहते हैं तो इस बिजनेस को शुरू करें. यह काफी सरल और सहज है और प्राफिटेबल बिजनेस है. इसे आप कम पैसों से घर से भी शुरू कर सकते है. चिक्की के बिजनेस के बारे में आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके युटियुब पर भी देख सकते हैं. (कॉपीराइट बिजनेस मंत्रा)