एयर बबल शीट मेकिंग बिजनेस : Air Bubble Sheet Making Business in hindi - Business Mantra बिजनेस मंत्रा : सफलता की कुंजी

एयर बबल शीट मेकिंग बिजनेस : Air Bubble Sheet Making Business in hindi



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एयर बबल शीट मेकिंग बिजनेस : Air Bubble Sheet Making Business in hindi


How To Start a Air Bubble Sheet Making Business in hindi | एयर बबल शीट मेकिंग बिजनेस 


हलो फ्रेंड्स,

बिजनेस मंत्रा ब्लाग पर आपका स्वागत है. बिजनेस मंत्रा ब्लाग के माध्यम से बिजनेस आइडियाज, मोटिवेशन, मार्केटिंग और पब्लिसिटी के बारे में जानकारी दे रहा हूं जो नए बिजनेस शुरू करने वालों के लिए काफी फायदेमंद है.

बिजनेस मंत्रा ब्लाॅग पर न्यू बिजनेस आइडिया New Business Idea के अंतर्गत  जानकारी दे रहे आज मैं जानकारी दे रहा हूं एयर बबल शीट बिजनेस के बारे में. एयर बबल शीट पैकिंग के समय उपयोग होने वाली एक पारदर्शी प्लास्टिक की चादर होती है, जिसमें छोटे-छोटे हवा से भरे बुलबुले बने होते है. प्लास्टिक सीट पर हवा भरे होने की वजह से सीट गद्देदार हो जाती है.


इन सीटों का इस्तेमाल सामानों की पैकिंग के समय लपेटने के काम आती है. आपने देखा होगा, मोबाइल फोन, कंप्युटर स्कीन, घंडी जैसे कीमतों सामान इस तरह के बब्लस वाले प्लास्टिक सीट से कवर किये होते हैं. जिसकी वजह से ये सुरक्षित कहीं भी ले जाएं जा सकते हैं. यदि कोई सामान जमीन पर गिर भी जाए तो उसमें किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होता. 

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 एयर बबल शीट मेकिंग बिजनेस शुरू करने से पहले इसके बारे में अच्छी तरह से जान लें. प्लास्टिक के बब्लस सीट कई प्रकार के होते है. यह भिन्नता प्लास्टिक सीट में भरी गई हवा के बुलबुलों के साइज पर होता है. बुलबुलों का साइज और आकार सामान के वजन पर निर्भर करता है. एक कंप्युटर स्कीन की पैकिंग में इस्तेमाल होने वाला बब्लस सीट और मोबाइल की पैकिंग में इस्तेमाल होने वाले बब्लस सीट के बुलबुलों के साइज में अंतर होता है.

एयर बबल शीट मेकिंग बिजनेस पैकिंग इडस्ट्री से जुड़ा हुआ बिजनेस है. एक आकंडे के मुताबिक भारत में पैकिंग इंडस्टीज का मार्केट 11500 करोड़ से भी अधिक का है, जो सालाना 18 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ रहा है.

बबल शीट का उपयोग कीमती सामान जैसे इलेक्ट्राॅनिक, इलेक्ट्रिकल्स, दवाईयों, सर्जिकल्स आयटम, कांच के आयटम, कीमती शो पीस, मंहगें घरेलू सामान, मशीनरी, आॅटोमोबाइल, स्पेयर पाटर््स अन्य सामग्री के रैपिंग कर उसे पैकेजिंग के लिए किया जाता है. ताकि शिपिंग प्रक्रियाओं के दौरान खरोंच व नुकसान से बचाया जा सके. आजकल बबल शीट का सबसे अधिक उपयोग ई काॅमर्स और उससे जुड़े बिजनेस में सामानों की पैकिजिंग के लिए किया जा रहा है. क्योंकि इस तरह के शीट वजन में हल्के होने के साथ पानी व नमी से भी बचाव करता है साथ ही इसमें किसी भी प्रकार के क्षार या एसिड का प्रभाव नहीं पड़ता है.

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अनेक छोटी-बड़ी कंपनियां बबल शीट तैयार कर रही है. लेकिन दिन प्रतिदिन इसकी बढ़ती मांग की वजह से इसका पूर्ति नहीं कर पा रहे है. बबल शीट की बढ़ती मांग को देखते हुए नए बिजनेस शुरू करने वालों के लिए एयर बबल शीट मेकिंग बिजनेस को शुरू करना एक अच्छा आॅप्शन है.

एयर बबल शीट मेकिंग बिजनेस के लिए मशीनें व राॅ मटेरियल

एयर बबल शीट मेकिंग बिजनेस शुरू करने के लिए आॅटोमेटिक बबल शीट मेकिंग मशीन की आवश्यकता होती है. मशीन में ही कई सेक्सन होते है. एयर बबल शीट मेकिंग के लिए राॅ मटेरियल में लो डिनसीटी पाॅलीथीन का उपयोग किया जाता है. इससे निर्मित सीट में पानी प्रतिरोधक व वायुमंडलीय प्रतिरोधक होता है.


लो डिनसीटी पाॅलीथीन के दानो को एक्सट्रूडर के होपर में डाला जाता है. जहां दाने पिघलने लगते है और दबाव के कारण प्लास्टिक सीट में बदल जाते है. एक्सट्रूडर से प्लास्टिक को डाई की ओर ले जाया जाता है, जहां पर प्लास्टिक की लेयरस रिंग के रूप में परिवर्तित होती है यही पर बबल शीट की चैड़ाई इत्यादि माप को एडजेस किया जाता है.

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डाई में दो लेयरस की मोटाई का गठन एक साथ किया जाता है. उसके बाद इन दोनों लेयरस को तीसरे सेक्टर में यानी रोल फिनिसर की ओर बढ़ाया जाता है. वैसे सामन्यता ये स्टेनलेस स्टील से निर्मित होते है इसलिए स्टेनलेस स्टील रोल भी कहा जाता है. जहां एक रोलर पर ईयर बबलस थर्मो फोरमेट तैयार होते है और दूसरी लेयर पर दबाव बढ़ने की वजह से ईयर बबलस लैमिनेट भी होते जाते है. 2 इस दौरान रोलर द्वारा बहुत सारी प्रकियाएं एक साथ होती रहती है. बबलस सीट पूरी तरह से तैयार होने के बाद कूलिंग रोलर के माध्यम से ठंडी करवायी जाती है. और इसके बाद इन्हें वाईनडर किया जाता है. इस मशीन की कीमत लगभग 25 से 40 लाख रूपए है.

अब आते तैयार सीट की मार्केटिंग कैसे करें

जैसे की मैंने पहले ही कहा है कि आजकल ई काॅमर्स कंपनी अपने सामानों की पैकिंग बबलस सीट से करते है जिससे उनके सामान खराब होने से बच जाते है. सबसे पहले अपने शहर के सभी ई काॅमर्स कंपनियों से संपर्क करें. उन्हें अपने बिजनेस के बारे में जानकारी दें. इसके अलावा इलेक्ट्राॅनिक आयटम जैसे मोबाइल, घंड़ी, मिक्सर, आयरन आदि मैन्युफेक्चरिंग कंपनी, टाॅय, बर्तन, दवा, सिरामिक, मिट्टी के आयटम, शो पीस तैयार करने वाली कंपनियों से संपर्क कर सकते हैं. जहां ये बल्क में आर्डर ले सकते हैं.

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इसके अलावा आप अपने शहर या आसपास के इंडस्ट्रीयल एरिया में जाकर पता कर सकते है क्योंकि और भी बहुत से सामान है जिनकी पैकिंग के लिए बब्लस प्लास्टिक सीट का इस्तेमाल किया जाता है. मूवर्स एण्ड पैकर्स कंपनियों से संपर्क कर सकते हैं. इसके लिए मार्केटिग कंपनियों के सहयोग भी ले सकते हैं.

एयर बबल शीट मेकिंग के लिए लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन

भारत में एयर बबल शीट बनाने का कारोबार शुरू करने के लिए आरओसी के साथ कंपनी का पहले रजिस्ट्रेशन करना होगा, इसके साथ बिजनेस लाइसेंस व जीएसटी रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन करें इसके साथ अपने ब्रांड नेम को रजिस्ट्रड कर सकते है. साथ ही राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से एनओसी लेना होगा.

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फ्रेंड्स, हमें उम्मीद है बब्लस सीट मेकिंग बिजनेस शुरू करने के बारे में दी गई जानकारी आपको जरूर पसंद आई होगी. आज बस इतना ही फिर मुलाकात होगी एक नए बिजनेस मंत्रा के साथ नमस्कार. (काॅपीराइट बिजनेस मंत्रा)