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वेन सेवा आप किसी भी छोटे बड़े शहर और कस्बे में शुरू कर सकते है.
आपके पास वेन है तो आप इस बिजनेस को आसानी से शुरू कर सकते है. यदि आपके वेन नहीं है तो आप बैंक से लोन लेकर वेन खरीद सकते है या फिर प्रायवेट वेन किराए पर लेकर वेन सेवा शुरू कर सकते है.
एक बार समझ में ना आए तो दोबारा पढ़े. इसके बाद कोई सवाल हो तो कमेंट बाॅक्स में लिखकर पूछ सकते है.
इस समस्या से बचने के लिए अनेक लोगों ने कार या बाइक ले ली है लेकिन उन्हें ऑफीस एरिया में पार्किग की समस्या का सामना करना पड़ता है. कई बार कार या बाइक आफीस से दूर पार्किंग करनी पड़ती है. समस्या फिर वहीं एक-डेढ़ किलो मीटर चलकर जाओ.
लगभग सभी स्कूलों में उनकी स्कूल बसें होती है कई स्कूलों में यह सेवा प्रायवेट बस द्वारा दिया जाता है. प्रायवेट बस या ऑटो, रिक्शा वाले एक रूट के लिए आवश्यकता से अधिक बच्चें भर लेते है. कई बार उनकी लापरवाही का खामयाजा बच्चे और उनके पेरेंटस को भुगतना पड़ता है.
कई शहरों में स्कूल बसें तो है लेकिन यह उनके घर से काफी दूर पर स्टाप होता है. खास कर नई काॅलोनियों में यह समस्या और भी बढ़ जाती है.
जहां स्कूल बसें नहीं है. ऐसे मैं पेरेंटस बच्चों को स्कूल लाने और ले जाने के लिए प्रायवेट गाड़ियों का सहारा लेते है. पैरेंट्स न चाहते हुए भी प्रायवेट ऑटो या वेन में बच्चे को भेंजना पड़ता है.
एक साथ बहुत सारे बच्चों को वेन में भरकर लेजाने से बच्चों को भी अनेक प्रकार की समस्या उत्पन्न हो जाती है. अनकंफेटेबल तरीके से रोजाना घंटांे सफर करने से बच्चें थक जाते है. उनके ग्रोथ व माइंड पर भी असर पड़ता है. आगे चलकर बच्चों में कई तरह के शारीरिक समस्याएं उत्पन्न होने का खतरा रहता है.
बच्चों को सुरक्षित और आरामदायम सेवा देने के लिए आप वेन सेवा शुरू कर सकते है. आप जहां रहते है वहां आसपास के बच्चों को स्कूल पहुंचाने के लिए वेन सेवा शुरू कर सकते है.
इस बिजनेस को आप बड़े स्तर पर शुरू करना चाहते है तो आठ-दस वेन की आवश्यकता होगी. इसके लिए आप चाहे तो स्वयं ही दो चार वेन खरीद कर या किराएं पर लेकर इस बिजनेस को शुरू कर सकते है. बिजनेस के बढ़ने पर आप वेनों की संख्या और बढ़ा सकते है.
अब मान लीजिए आपके पास वेन नहीं है और न ही आपके पास इतनी बड़ी रकम है कि आप दो-चार वेन खरीद सकें. फिर भी आप इस बिजनेस को करना चाहते है. तो आइए देखें आप इस बिजनेस को बड़े स्तर पर कैसे शुरू कर सकते है.
आप अपने साथ ऐसे लोगों को जोड़े जो वेन खरीदने में सक्षम है या जिनके पास वेन है, या जो वेन किराए पर देना चाहते हैं. इनके साथ कांटेक्ट करके कमीशन बेस पर उन्हें अपना पार्टनर बना कर बिजनेस में शामिल करें.
इस तरह से आपके पास आठ-दस वेन हो जाएगें. अब इन सभी वेन में जीपीआरएस लगा दें. ऐसा करने से आपको इन सभी वेन के लोकेशन की जानकारी मिलती रहेगी. यदि कोई निश्चित रूट से अलग जा रहा है तो आप उससे इसका कारण पूछ सकते है.
उन वेन को शहर के एक-एक इलाके में सेट कर दें. और उनके आने जाने का रूठ तय कर दें.
अब आप दो तरह के केटेगिरी बनाएं. पहला सुबह बच्चों को स्कूल छोड़ने का और दूसरा ऑफीस जाने वालो का.
वेन सेवा में सुबह के समय बच्चों को स्कूल छोड़ने के बाद वेन फ्री हो जाती है. इस दौरान आप ऑफीस जाने वाले लोगों से संपर्क कर सकते है. 9 बजे से लेकर 10 बजे के दौरान गाड़ी की कमी, बसों की भीड़ से बचने के लिए लोग बाइक या कार का इस्तेमाल करते है. यदि उन्हें समय पर घर से ही वेन मिल जाएं तो वे इसका इस्तेमाल जरूर करेगें.
इस तरह से पहले वेन बच्चों को स्कूल छोड़ेगी, इसके बाद वह ऑफीस जाने वालों को उनके ऑफीस तक पहुंचाएंगी. दोपहर में बच्चों को स्कूल से घर पर छोड़ेगी और फिर शाम को ऑफीस से लोगों को लाकर उन्हें अपने घर तक पंहुचाएंगी.
स्कूल व ऑफीस की छुट्टी के दिनों में वेन को पिकनिक के लिए या सैर सपाटे के लिए किराए पर दे सकते हैं.
फ्रेंड्स इस तरह से आप एक वेन को सुबह से शाम तक चार सीफ्ट में चलाकर प्रतिमाह हजारों रूपए की इनकम कर सकते है.
प्रतिदिन घर से बच्चे के वेन में बैठने पर उसकी एंट्री करें. स्कूल छोड़ते समय उनके नाम के आगे टिक लगाएं
रजिस्टर मेंटेन रखने से ड्राइवर और आपको जानकारी रहेगी कि आज वे कितने बच्चों को स्कूल लेकर जा रहे है इससे स्कूल से लाते वक्त उन्हें पता रहेगा कि कौन सा बच्चा वेन में सवार हुआ है और कौन अभी भी बाकी है.
बच्चों के साथ छोटी सी भी लापरवाही किसी बड़े समस्या को जन्म देती है. इसलिए पैरेंट्स की भी जिम्मेदारी है कि जब भी वह वेन में बच्चे को बैठाएं रजिस्टर में उसका नाम जरूर दर्ज करवाएं.
अब सवाल उठता है कि इससे महिने में कितनी इनकम होगी.
वेन सेवा में बच्चों को लाने और ले जाने की फीस स्कूल द्वारा ली जाने वाली फीस से कुछ अधिक होगी. जागरूक माता-पिता अपने बच्चे की सुविधा और स्वास्थ्य के लिए पैसा खर्च करने से नहीं हिचकिचाएंगे.
जहां स्कूल में प्रतिमाह 500 से 800 रूप्ए वसूल लिए जाते है वहीं आप इसे 1000 रूपए से 1500 रूप्ए तक ले सकते है. यह फीस आप अपने शहर के हिसाब से बढ़ा भी सकते है या कम भी रख सकते है.
वेन की फीस डेली की बजाएं मंथली लें. फीस एडवास में लें. कई बार लोग माह के अंत में देने की बात करते है, और समय पर नहीं देते है. इससे आपको परेशानी होगी.
यदि आप बड़े स्तर पर वेन सेवा शुरू कर रहे है तो अपने साथ ऐसे लोगों को जोड़ें जिनके पास वेन है. उन्हें अपना टर्म एण्ड कंडिसन अच्छे से बता दें. और एग्रीमेंट पर साइन जरूर करवाएं. ताकि बाद में पैसे के लेन देन को लेकर परेशानी ना हो.
यदि आप सिर्फ उनके वेन को अपने बिजनेस के साथ जोड़ रहे है तब भी आप उन्हें अपना टर्म एण्ड कंडीशन बता दें. क्योंकि वेन और ड्राइवर उनके होने पर कमीशन का रेट और सिर्फ उनका वेन होने पर कमीशन का रेट अलग-अलग होगा. ड्राइवरों को रख रहे है तो उन्हें मंथली बेस पर रखें.
वेन सेवा शुरू करने पर परमिट जरूर लें. इससे गाड़ियों की जांच के दौरान आपको परेशानी नहीं होगी.
फ्रेंड्स, वेन सेवा का बिजनेस माॅडल कुछ-कुछ ओला या उबेर के बिजनेस माॅडल की तरह है. इसमें कुछ ट्रिक्स लगा कर इसे तैयार किया गया है. हमें उम्मीद है आपको यह बिजनेस आइडिया पसंद आया होगा. जानकारी पसंद आने पर इसे लाईक करे और अपने दोस्तों को भी शेयर करें. जिन्होंने अभी तक ब्लाग को सबक्राइब नहीं किया तो एक बार सबक्राइब कर दें.
बिजनेस मंत्रा ब्लाग पर बताएं गए बिजनेस से संबंधित जानकारी अन्य जानकारी के लिए तथा किसी भी बिजनेस के लिए वेबसाइट व एप बनाने के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते है.
Van Service In Your City : लोगों की प्राब्लम साॅल्ब करें और कमाई करें : Business Mantra
Business Ideas : how to start a passenger transportation business in india | van service business | ट्रांसपोर्ट बिज़नेस प्लान इन हिंदी
फ्रेंड्स
बिजनेस मंत्रा ब्लाग पर आप सभी का स्वागत है. आज हम जानकारी दे रहे हैं. शहर में शुरू करें वेन सेवा. शहर में वेन सेवा द्वारा स्कूल के बच्चों और ऑफीस के लोगों को लाने ले जाने का काम करके प्रति माह हजारों रूपयों की इनकम कर सकते है.वेन सेवा आप किसी भी छोटे बड़े शहर और कस्बे में शुरू कर सकते है.
आपके पास वेन है तो आप इस बिजनेस को आसानी से शुरू कर सकते है. यदि आपके वेन नहीं है तो आप बैंक से लोन लेकर वेन खरीद सकते है या फिर प्रायवेट वेन किराए पर लेकर वेन सेवा शुरू कर सकते है.
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शहर में वेन सेवा आप दो तरह से कर सकते है इन दोनों तरीके के बारे में विस्तृत जानकारी दे रहे है.- छोटे स्तर पर वेन सेवा बिजनेस
- बड़े स्तर पर वेन सेवा बिजनेस
एक बार समझ में ना आए तो दोबारा पढ़े. इसके बाद कोई सवाल हो तो कमेंट बाॅक्स में लिखकर पूछ सकते है.
Public Transport Service
आपने देखा होगा आज शहर में सबसे बड़ी समस्या है आवागमन की. यह समस्या शहर में बनने वाली नई कालोनियों में रहने वाले लोगों के लिए और भी बढ़ जाती है. वहां तक न तो कोई बस सेवा है और न ही कोई ऑटो. कई कालोनियों में तो लोगों को कई किलोमीटर आने के बाद किसी तरह की बस या ऑटो की सुविधा मिलती है.इस समस्या से बचने के लिए अनेक लोगों ने कार या बाइक ले ली है लेकिन उन्हें ऑफीस एरिया में पार्किग की समस्या का सामना करना पड़ता है. कई बार कार या बाइक आफीस से दूर पार्किंग करनी पड़ती है. समस्या फिर वहीं एक-डेढ़ किलो मीटर चलकर जाओ.
van service for school
इसी तरह से बच्चों को स्कूल लाने और ले जाने की समस्याएं है. माता पिता यदि दोनों कामकाजी है तो बच्चे को स्कूल पहुंचाने के लिए उन्हें स्कूल बस का सहारा लेना पड़ता है.लगभग सभी स्कूलों में उनकी स्कूल बसें होती है कई स्कूलों में यह सेवा प्रायवेट बस द्वारा दिया जाता है. प्रायवेट बस या ऑटो, रिक्शा वाले एक रूट के लिए आवश्यकता से अधिक बच्चें भर लेते है. कई बार उनकी लापरवाही का खामयाजा बच्चे और उनके पेरेंटस को भुगतना पड़ता है.
कई शहरों में स्कूल बसें तो है लेकिन यह उनके घर से काफी दूर पर स्टाप होता है. खास कर नई काॅलोनियों में यह समस्या और भी बढ़ जाती है.
जहां स्कूल बसें नहीं है. ऐसे मैं पेरेंटस बच्चों को स्कूल लाने और ले जाने के लिए प्रायवेट गाड़ियों का सहारा लेते है. पैरेंट्स न चाहते हुए भी प्रायवेट ऑटो या वेन में बच्चे को भेंजना पड़ता है.
एक साथ बहुत सारे बच्चों को वेन में भरकर लेजाने से बच्चों को भी अनेक प्रकार की समस्या उत्पन्न हो जाती है. अनकंफेटेबल तरीके से रोजाना घंटांे सफर करने से बच्चें थक जाते है. उनके ग्रोथ व माइंड पर भी असर पड़ता है. आगे चलकर बच्चों में कई तरह के शारीरिक समस्याएं उत्पन्न होने का खतरा रहता है.
बच्चों को सुरक्षित और आरामदायम सेवा देने के लिए आप वेन सेवा शुरू कर सकते है. आप जहां रहते है वहां आसपास के बच्चों को स्कूल पहुंचाने के लिए वेन सेवा शुरू कर सकते है.
van service kaise kare
इसके लिए आपको बच्चों के पेरेंटस से संपर्क करना होगा. और एक ही स्कूल के या फिर एक रूट पर पड़ने वाले स्कूल के बच्चों को सिलेक्ट करना होगा. ध्यान रखें वेन में उतने ही बच्चों को सिलेक्ट करें जितने उसमें आराम से बैठ सकते हैं.यह तो थी छोटे स्तर पर बिजनेस को शुरू करने की अब बात करते है इस बिजनेस को बड़े स्तर पर करने की.
इस बिजनेस को आप बड़े स्तर पर शुरू करना चाहते है तो आठ-दस वेन की आवश्यकता होगी. इसके लिए आप चाहे तो स्वयं ही दो चार वेन खरीद कर या किराएं पर लेकर इस बिजनेस को शुरू कर सकते है. बिजनेस के बढ़ने पर आप वेनों की संख्या और बढ़ा सकते है.
अब मान लीजिए आपके पास वेन नहीं है और न ही आपके पास इतनी बड़ी रकम है कि आप दो-चार वेन खरीद सकें. फिर भी आप इस बिजनेस को करना चाहते है. तो आइए देखें आप इस बिजनेस को बड़े स्तर पर कैसे शुरू कर सकते है.
Van Service Business Cost
इस बिजनेस को कम पूंजी में शुरू करना चाहते हैं तो सबसे पहले आप अपने सर्विस की एक अच्छी सी वेबसाइट व एप तैयार करवाएं. एक कंप्यूटर या लैपटाॅप, स्मार्टफोन और नेट की मदद से ऑफीस में बैठे-बैठे इस बिजनेस को सुचारू रूप से मैनेंज कर सकते है.आप अपने साथ ऐसे लोगों को जोड़े जो वेन खरीदने में सक्षम है या जिनके पास वेन है, या जो वेन किराए पर देना चाहते हैं. इनके साथ कांटेक्ट करके कमीशन बेस पर उन्हें अपना पार्टनर बना कर बिजनेस में शामिल करें.
इस तरह से आपके पास आठ-दस वेन हो जाएगें. अब इन सभी वेन में जीपीआरएस लगा दें. ऐसा करने से आपको इन सभी वेन के लोकेशन की जानकारी मिलती रहेगी. यदि कोई निश्चित रूट से अलग जा रहा है तो आप उससे इसका कारण पूछ सकते है.
अब आप शहर में वेन सेवा शुरू करने के लिए तैयार है.
उन वेन को शहर के एक-एक इलाके में सेट कर दें. और उनके आने जाने का रूठ तय कर दें.
अब आप दो तरह के केटेगिरी बनाएं. पहला सुबह बच्चों को स्कूल छोड़ने का और दूसरा ऑफीस जाने वालो का.
वेन सेवा में सुबह के समय बच्चों को स्कूल छोड़ने के बाद वेन फ्री हो जाती है. इस दौरान आप ऑफीस जाने वाले लोगों से संपर्क कर सकते है. 9 बजे से लेकर 10 बजे के दौरान गाड़ी की कमी, बसों की भीड़ से बचने के लिए लोग बाइक या कार का इस्तेमाल करते है. यदि उन्हें समय पर घर से ही वेन मिल जाएं तो वे इसका इस्तेमाल जरूर करेगें.
इस तरह से पहले वेन बच्चों को स्कूल छोड़ेगी, इसके बाद वह ऑफीस जाने वालों को उनके ऑफीस तक पहुंचाएंगी. दोपहर में बच्चों को स्कूल से घर पर छोड़ेगी और फिर शाम को ऑफीस से लोगों को लाकर उन्हें अपने घर तक पंहुचाएंगी.
स्कूल व ऑफीस की छुट्टी के दिनों में वेन को पिकनिक के लिए या सैर सपाटे के लिए किराए पर दे सकते हैं.
फ्रेंड्स इस तरह से आप एक वेन को सुबह से शाम तक चार सीफ्ट में चलाकर प्रतिमाह हजारों रूपए की इनकम कर सकते है.
बिजनेस टिप्स
- शहर में वेन सेवा शुरू करना चाहते हैं तो टाइम मेनेंजमेंट का विशेष ध्यान रखें. टाइमिंग की थोड़ी भी गड़बड़ी से आपकी सेवा फेल हो सकती है.
- सभी वेन में जीपीएस जरूर लगा दें. जिससे आपको उनके लोकेशन का पता चलता रहेगा. साथ ही बच्चों के पैरेंट्स को भी वेन के लोकेशन का पता घर बैठे चलता रहेगा.
- वेन चलाने के लिए अच्छे प्रशिक्षित ड्राइवर रखें. उनका स्वभाव शांत और व्यवहार कुशल हो.
- वेन में उतने ही बच्चे या आॅफीस के लोगों को ले जितने उसमें आराम से बैठ सकते हैं.
- एक वेन में एक ही रूट के स्कूलों के बच्चों को ले जाएं ताकि समय की बचत हो. इसी तरह आॅफीस ले जाने वाले लोगों को भी ले जा सकते है.
प्रतिदिन घर से बच्चे के वेन में बैठने पर उसकी एंट्री करें. स्कूल छोड़ते समय उनके नाम के आगे टिक लगाएं
रजिस्टर मेंटेन रखने से ड्राइवर और आपको जानकारी रहेगी कि आज वे कितने बच्चों को स्कूल लेकर जा रहे है इससे स्कूल से लाते वक्त उन्हें पता रहेगा कि कौन सा बच्चा वेन में सवार हुआ है और कौन अभी भी बाकी है.
बच्चों के साथ छोटी सी भी लापरवाही किसी बड़े समस्या को जन्म देती है. इसलिए पैरेंट्स की भी जिम्मेदारी है कि जब भी वह वेन में बच्चे को बैठाएं रजिस्टर में उसका नाम जरूर दर्ज करवाएं.
अब सवाल उठता है कि इससे महिने में कितनी इनकम होगी.
वेन सेवा में बच्चों को लाने और ले जाने की फीस स्कूल द्वारा ली जाने वाली फीस से कुछ अधिक होगी. जागरूक माता-पिता अपने बच्चे की सुविधा और स्वास्थ्य के लिए पैसा खर्च करने से नहीं हिचकिचाएंगे.
जहां स्कूल में प्रतिमाह 500 से 800 रूप्ए वसूल लिए जाते है वहीं आप इसे 1000 रूपए से 1500 रूप्ए तक ले सकते है. यह फीस आप अपने शहर के हिसाब से बढ़ा भी सकते है या कम भी रख सकते है.
वेन की फीस डेली की बजाएं मंथली लें. फीस एडवास में लें. कई बार लोग माह के अंत में देने की बात करते है, और समय पर नहीं देते है. इससे आपको परेशानी होगी.
यदि आप बड़े स्तर पर वेन सेवा शुरू कर रहे है तो अपने साथ ऐसे लोगों को जोड़ें जिनके पास वेन है. उन्हें अपना टर्म एण्ड कंडिसन अच्छे से बता दें. और एग्रीमेंट पर साइन जरूर करवाएं. ताकि बाद में पैसे के लेन देन को लेकर परेशानी ना हो.
यदि आप सिर्फ उनके वेन को अपने बिजनेस के साथ जोड़ रहे है तब भी आप उन्हें अपना टर्म एण्ड कंडीशन बता दें. क्योंकि वेन और ड्राइवर उनके होने पर कमीशन का रेट और सिर्फ उनका वेन होने पर कमीशन का रेट अलग-अलग होगा. ड्राइवरों को रख रहे है तो उन्हें मंथली बेस पर रखें.
वेन सेवा शुरू करने पर परमिट जरूर लें. इससे गाड़ियों की जांच के दौरान आपको परेशानी नहीं होगी.
फ्रेंड्स, वेन सेवा का बिजनेस माॅडल कुछ-कुछ ओला या उबेर के बिजनेस माॅडल की तरह है. इसमें कुछ ट्रिक्स लगा कर इसे तैयार किया गया है. हमें उम्मीद है आपको यह बिजनेस आइडिया पसंद आया होगा. जानकारी पसंद आने पर इसे लाईक करे और अपने दोस्तों को भी शेयर करें. जिन्होंने अभी तक ब्लाग को सबक्राइब नहीं किया तो एक बार सबक्राइब कर दें.
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