ऐसे 10 लघु उद्योग के बारे में जानकारी दे रहे है जिन्हें कम निवेश (लो इंवेस्टमेंट) में शुरू करके अच्छी इनकम कर सकते है. लघु उद्योग शुरू करने के लिए सरकार द्वारा भी सहायता दी जाती है? किसी लघु उद्योग को शुरू करने के लिए कौन कौन से सरकारी लाइसेंस की आवश्यकता होगी? लघु उद्योग कहां शुरू कर सकते हैं? जैसे सवालो के जवाब आप जानना चाहते है तो अंत तक बने रहे. इसके बाद भी कोई सवाल हो तो आप हमसे पूछ सकते हैं.
लघु उद्योग लिस्ट
आइए जानते है वे कौन कौन से लघु उद्योग लिस्ट है जिन्हें कम निवेश शुरू किया जा सकता है.
पापड़ उद्योग
लघु उद्योग के रूप में पापड़ उद्योग काफी पूराना है. पहले जमाने में पापड़ उद्योग अनपढ़ या कम पढ़ीलिखी महिलाओं द्वारा किया जाता था. आज लघु उद्योग के रूप में पापड़ उद्योग का काफी विस्तार हो गया है. अब इस उद्योग को केवल अनपढ़ महिलाएं ही नहीं पढ़ी लिखे लोगों द्वारा भी किया जा रहा है.
लो इंवेस्टेमेंट में आप अकेले ही पापड़ उद्योग शुरू करें. जैसे-जैसे पापड़ की डिमांड बढ़ती जाएगी आप दो-चार लोगों को अपने साथ जोड़कर उन्हें भी रोजगार दे सकते है.
महिलाएं आपस में मिलकर महिला समूह बना कर लघु उद्योग के रूप में इसकी शुरूआत कर सकती है. ऐसी संस्थाओं को सरकार द्वारा भी सहायता दी जाती है. पापड़ उद्योग के लिए बैंक भी महिलाओं को कम दर पर लोन दे रही है
अचार उद्योग
अचार उद्योग काफी फायदे वाला लघु उद्योग है. थोड़ी सी मेहनत कर आप इस व्यवसाय से काफी कमाई कर सकते है. अचार उद्योग शुरू करने के लिए गर्मी का मौसम हो या सर्दी का उससे कोई फ्रर्क नहीं पड़ता है. लेकिन बरसात के दिनों में इसकी शुरूआत न करें. बरसात के मौसम में धूप न मिलने की वजह से अचार खराब हो जाते हैं.
मौसम के अनुरूप आप अनेक तरह के अचार तैयार कर सकती है. आम, नींबू, मिर्ची, गाजर, कटहल, आंवला, करौंदा के अलावा वेजिटेबल अचार भी बनाएं जा सकते हैं.
कई शहरों में बांस, सूरन, लहसून, अदरक के अचार भी प्रसिद्ध है. लेकिन सबसे अधिक आम, नींबू और हरी व लाल मिर्च के अचार की ही डिमांड होती है. खट्टे अचार के साथ-साथ मीठा अचार भी पसंद किया जाता है.
पेपर प्लेट उद्योग
पेपर प्लेट मैन्युफैक्चरिंग उद्योग को आप लो बजट में शुरू कर सकते हैं. पेपर प्लेट तैयार करने के लिए अच्छे क्वालिटी का कागज, बाॅटम रील, मशीन और अन्य सामानों की आवश्यकता होती है.
पेपर प्लेट मैन्युफैक्चरिंग उद्योग में सबसे खास होता है मशीन, जिसकी मदद से कागज को प्लेट का आकार दिया जाता है. बाजार में कई डिजाइन और आकार की मशीनें मिलती है. आप अपने बजट के हिसाब से कोई भी मशीन खरीद सकते है.
आप पेपर प्लेट मैन्युफैक्चरिंग उद्योग छोटे स्तर पर घर से भी शुरू कर सकते हैं. इसके लिए आप हैंड मशीन का इस्तेमाल कर सकते हैं. आपके पास बजट है तो आप सैमी ऑटोमेटिक मशीन का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. बड़े स्तर पर पेपर प्लेट मैन्युफैक्चरिंग शुरू करना चाहते है तो ऑटोमेटिक मशीन खरीद कर के बड़े स्तर पर शुरू कर सकते हैं.
माल की कीमत और क्वालिटी का भी ध्यान रखना होगा. क्योंकि क्वालिटी अच्छी और कीमत कम होने से माल की खपत जल्दी होती है. तैयार माल को आप होलसेल या रिटेल में बेच सकते हैं.
नूडल्स उद्योग
बाजार में कई तरह के नूडल्स मिलते है. बच्चे बूढ़े सभी इसे खाना पसंद करते है. नूडल्स में होने वाले प्राॅफिट को देखकर कई बड़ी कंपनियां भी इस क्षेत्र में उतर आई है.
मोटे पतले कई तरह के नूडलस होते है. मशीन के साथ कई साइज के डाई आते हैं. इन डाई की मदद से अलग-अलग मोटाई वाले नूडल्स बनाए जा सकते हैं. इसके लिए सिर्फ मशीन में डाई बदलने की जरूरत होती है.
इस बिजनेस को शुरू करने के लिए 1000 स्क्वायर फीट जगह की और कम से कम 50,000 हजार रूपए की आवश्यकता होगी. इससे नूडल्स बनाने के लिए कच्चा माल और मशीन आदि खरीद कर बिजनेस को शुरू कर सकती हैं.
साबुन उद्योग
साबून का उपयोग कपड़े धोने, नहाने और बर्तन धोने आदि के लिए होता है. यह एक डेली यूज वाला प्रोडेक्ट है, जिसका इस्तेमाल अमीर और गरीब सभी करते है.
बाजार में कई किस्म के साबून है, कई बड़ी ब्रांडेड कंपनियां भी साबून तैयार कर रही है. इसके बावजूद बाजार में नए-नए साबून लाॅंच होते है और वह बिकती भी है.
साबुन तैयार करना एक रासायनिक उद्योग के अंतर्गत आता है. इसलिए इसके निर्माण से संबंधित जानकारी होना आवश्यक है. Garmi ke 10 Business Ideas
गुड़ उद्योग
जिन इलाकों में गन्ना अधिक मात्रा में उत्पन्न होता है उन इलाकों में इस बिजनेस को शुरू किया जा सकता है. क्योंकि गुड को बनाने के लिए गन्ने के रस की आवश्यकता होती है. अच्छे क्वालिटी के गन्ने को लेकर मशीन द्वारा इसका रस निकाल कर इसे अच्छे से पका कर गुड बनाया जाता है.
अच्छे क्वालिटी का गुड चीनी यानी शक्कर से भी अधिक दाम में बिकता है. गांव में गुड तैयार करने के बाद उस गुड को बड़े शहरों में लाकर अच्छे दामों में बेच सकते है. इसके लिए बड़े शहरों के रिटेल स्टोर पर सप्लाई के लिए सम्पर्क कर सकते है.
चप्पल उद्योग
चप्पल बनाना वैसे तो आसान है लेकिन मेरा मानना है यदि आप चप्पल मैन्युफैक्चरिंग उद्योग शुरू करना चाहते है तो चप्पल बनाने की ट्रेनिंग अवश्य लें. ट्रेनिंग के लिए आप खादी ग्रामोउद्योग से संपर्क कर सकते है.
इस लघु उद्योग को छोटे स्तर पर शुरू करने के लिए एक लाख रूपए की और बड़े स्तर पर शुरू करने के लिए पांच से छह लाख रूप्ए की आवश्यकता होती है. इसी तरह से छोटे स्तर पर चप्पल उद्योग के लिए आपको कम से कम 300 वर्ग मीटर की जगह की आवश्यकता होगी. जहां पर उद्योग से संबंधित मशीनों को फीट कर सकें.
चप्पल उद्योग में यदि आप छोटे स्तर पर बिजनेस करते है तो प्रतिमाह 30 से 40 हजार रूपए कमा सकते है. यदि आप बड़े स्तर पर करते है तो प्रतिमाह लाखों रूप्ए कमा सकते हैं. रोटी का व्यापार कैसे करें
अगरबत्ती लघु उद्योग
अगरबत्ती उद्योग कुटीर उद्योग के अंतर्गत आता है. गांव देहात में रहने वाले बेरोजगार युवक युवतियां व महिलाएं अगरबत्ती बनाकर अच्छी कमाई कर सकते है.
अगरबत्ती उद्योग शुरू करने के लिए किसी डिग्री या डिप्लोमा की आवश्यकता नहीं होती है. इसके लिए व्यवहारिक ज्ञान, मार्केट की समझ और इस क्षेत्र से संबंधित कुछ जानकारियां होना जरूरी है.
अगरबत्ती का निमार्ण प्रक्रिया काफी आसान है. इसे घर के छोटे से स्थान पर बिना किसी मशीन की मदद के शुरू भी किया जा सकता है. अगरबत्ती के लिए कच्चा माल शहरों के प्रमुख बाजार में आसानी से मिल जाता है.
मोमबत्ती लघु उद्योग
मोमबत्ती का प्रयोग लोग अंधेरा दूर करने के लिए करते थे, लेकिन आजकल मोमबत्ती का रूप् और उपयोग बदल गया है. अब साधारण मोमबत्ती की जगह एरोमा कैंडेल ने ले लिया है. यह घर सजाने के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी इस्तेमाल किया जाने लगा है.
ऐरोमा कैंडेल से घर का माहौल सुगन्धित होता है और इससे कई तरह की बीमारी भी दूर होती है. इसे जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार होता है. जिसकी वजह से इसकी डिमांड तेजी से बढ़ रही है.
एक रिर्पोट के अनुसार देश में एरोमा कैंडेल की डिमांड 8 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है. एरोमा कैंडेल उद्योग को लो इंवेस्टमेंट में शुरू कर सकते है.
इसकी बिक्री के लिए आप बड़े शोरूम, माॅल, डिपार्टमेंटल स्टोर, मेडिकल स्टोर आदि जगहों में सप्लाई दे सकते हैं. इसके अलावा आप चाहते तो मंदिर या चर्च के आसपास स्टाॅल लगा कर बेच सकते हैं.
स्वास्थ्यवर्धक और सुंगध की वजह से ऐरोमा कैंडिल की डिमांड विदेशों में काफी है. भारत से इसका निर्यात काफी बडे़ स्तर पर हो रहा है. आप चाहे तो एक्सर्पोट करने वाली कंपनी से संपर्क करके उन्हें अपना माल बेच सकते है या इसका लाइसेंस बनवा कर खुद भी कैंडिल एक्सर्पोट का कारोबार शुरू कर सकते हैं. पूजा सामग्री की दुकान कैसे खोलें
मसाला लघु उद्योग
मसाला गृह उद्योग के अंतर्गत आता है. मसाला तैयार करने के लिए भी किसी विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं होती है. लेकिन मसाला उद्योग शुरू करने के पहले इसकी टेªनिंग ले लें. यदि आप टेªनिंग लेकर मसालों के कारोबार को शुरू करते है तो इसे काफी अच्छे तरीके से कर सकते हैं.
ट्रेनिंग लेने पर आप विभिन्न प्रकार के मसाले जैसे सब्जी मसाला, मीट मसाला, चिकन मसाला छोले मसाला, पापड़ मसाला, अचार मसाला, सांभर मसाला, फ्रूट मसाला, चाट मसाला आदि मसालों को तैयार करने के लिए किन किन मसालों का उपयोग कितनी मात्रा में किया जाता है इस बारे में पूरी जानकारी मिल जाती है.
कई सरकारी और गैरसरकारी संस्थान मसाला उद्योग की टेªनिंग देते है. मसाला उद्योग की टेªनिंग खादी ग्रामोउद्योग से भी ले सकते हैं. खादी ग्रामीण से टेªनिंग लेने के बाद बिजनेस शुरू करने के लिए लोन भी मिल जाता है.
उद्योग रजिस्टेशन और लाइसेंस
किसी भी लघु उद्योग के लिए सरकारी लाइसेंस और रजिस्टेशन की आवश्यकता होती है. यदि बिना लाइसेंस के उद्योग शुरू करते हैं, तो पकड़े जाने पर जुर्माना देना पड़ सकता है और अपना उद्योग भी बंद करना पड़ सकता है.
यदि आप ऐसा नहीं चाहते हैं, तो लघु उद्योग शुरू करने पर सभी आवश्यक व्यापारिक लाइसेंस जरूर लें. किसी भी उद्योग को शुरू करने पर राज्य स्तर और स्थानीय स्तर पर व्यापार लाइसेंस की आवश्यकता होती है.
किसी भी उद्योग को शुरू करने के लिए एमएसएमई के अंतर्गत व्यापार रजिस्टेशन या उद्यम आधार रजिस्टेशन करवाना अनिवार्य है. इसके अलावा अपने ब्रांड का पंजीकरण आईएसआई के अंतर्गत रजिस्ट्रर्ड कराना होगा.
उद्योग को सुचारू रूप से चलाने के लिए ट्रेड लाइसेंस, फर्म का करंट बैंक एकाउण्ट, पैन कार्ड आदि की आवश्यकता होती है. उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट होने पर आप स्लीपर मैन्युफैक्चरिंग उद्योग के लिए बैंक से लोन भी ले सकते हैं.
फ्रेंड्स, किसी भी उद्योग को कोई भी शुरू कर सकता है. उद्योग शुरू करने के लिए आप बैंक से लोन भी ले सकते है. उद्योग से संबंधित किसी तरह की जानकारी चाहते है तो दिए गए नंबर पर काॅल करें. फिर मुलाकात होगी न्यु बिजनेस आइडिया के साथ गुडवाय टेक केयर. (काॅपीराइट बिजनेस मंत्रा)
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