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Part Time Job : घर बैठे नौकरी पाने का तरीका | how to apply for call center jobs |
Part Time Job : घर बैठे नौकरी पाने का तरीका | How To Apply For Call Center Jobs
बिजनेस मंत्रा ब्लाॅग पर न्यू बिजनेस आइडिया Business Ideas के अंतर्गत जानकारी दे रहे है Part Time Job.
इन दिनों युवाओं में पढ़ाई के साथ-साथ पार्ट टाइम जाॅब का क्रेज बढ़ा है। अगर आप भी कुछ ऐसा ही करने की सोच रहे है तो काॅल सेंटर से बेहतर शुरूआत और कौन दे सकता है। जहां आपकी बोलने की क्षमता और लोगों को संतुष्ट करने का गुण विकसित होगा। वहीं आपकी इनकम भी अच्छी होगी।
काॅलेज गोइंग स्टूडेंट्स के बीच पार्टटाइम जाॅब के रूप में पापुलर हुए। काॅलसेंटर आज फुलटाइम कैरियर के रूप में पहचाना जा रहा है। ऐसे युवा जो बोलने में निपुण है उन्हें यह सेक्टर खूब भा रहा है। अब तक यह समझा जाता था कि इस क्षेत्र में आने के लिए अंगे्रजी भाषा का ज्ञान जरूरी है। पर अब यह बात नहीं। काॅल सेंटर में हिन्दी भाषी और स्थानीय भाषा के जानकार लोगांे की डिमांड हो रही है।
आवश्यक योग्यता
काॅल सेंटर में जाॅब पाने के लिए नयूनतम योग्यता 12वीं पास है, लेकिन स्नातक उम्मीदवार को प्राथमिकता दी जाती है। इसके अलावा उसका संवाद कुशल होना आवश्यक है क्योंकि इस क्षेत्र में ग्राहक की आत्म संतुष्टि जरूरी है।Read This :-
चयन का आधार
इस सेक्टर के लिए योग्य उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया अलग-अलग पद के लिए अलग-अलग होती है। वैसे ज्यादातर सिलेक्शन शुरूआती स्तर की होती है जिनमें सबसे पहले उम्मीदवारों की क्षमताओं का मूल्यांकन करने के लिए टेस्ट का सहारा लिया जाता है। इस टेस्ट के माध्यम से कंपनी की जरूरतों के अनुसार उम्मीदवारों की क्षमता को आंका जाता है। इसके बाद उम्मीदवार के संवाद कौशल को परखा जाता है। यदि उसमें सफल हो जाते हैं, तो उनका चयन कर लिया जाता है। उसके बाद उन्हें काम की टेªनिंग दी जाती है। टेªनिंग के समय कस्टमर से बात करने से लेकर ई-मेल स्वीकार करने और जवाब देने की जानकारी दी जाती है। टेªनिंग के बाद वे कस्टमर रिलेंशन या फिर रिस्पाॅन्स टीम किसी एक में जा सकते हैं।अवसर
इस सेक्टर में सबसे ज्यादा रोजगार उपलब्ध करवाने वाला क्षेत्र हैं कस्टमर केयर। कस्टमर केयर सर्विस के तहत ई मेल/वाॅयस मेल, मार्केटिंग, डेली सेल्स, आॅर्डर, प्रोसेसिंग, कस्टमर फीड बैक के रूप में रोजगार उपलब्ध करवाता है। इसके अलावा आईटी और साफ्टवेयर जैसे क्षेत्र में बीपीओ की पैठ धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। इस क्षेत्र में विभिन्न एप्लीकेशन टेस्टिंग, टेक्निकल हेल्प डेस्क (हार्डवेयर/साॅफ्टवेयर) के जानकारों के लिए रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध है।इसके साथ-साथ बीपीओ (बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिग) अब केपीओ (नाॅलेज प्रोसेस आउट सोर्सिग) तथा लीगल प्रोसेस आउट सोर्सिग (एल पीओ) में विशेषज्ञता प्राप्त छात्रों को बेहतर रोजगार उपलब्ध करवा रहा है।
बी पी ओ के बारे में जानें
किसी भी बिजनेस या उससे संबंधित काम के लिए अलग कस्टमर केयर व लेखा संबंधी कई कार्य होते हैं। इन कार्यो को अक्सर कंपनियां प्रायवेट तौर पर कराती है। जिस प्रक्रिया को बिजनेस प्रोसेस आउट सोर्सिग नाम से जाना जाता है।अभी तक भारत में बी पी ओ इंडस्ट्री को विदेशों से मिलने वाले काम पर निर्भर रहना पड़ता था, लेकिन अब भारत में ही काफी मात्रा में काम मिलने लगा है। जिसकी वजह से अब फेशर्स ही नहीं उच्च पदों पर अनुभवी प्रोफेशनल की मांग बढ़ रही है।