laghu udyog : manufacturing business idea | कम जगह पर मामूली निवेश से रोज कमा सकते हैं हजारों रूपये | business mantra - Business Mantra

laghu udyog : manufacturing business idea | कम जगह पर मामूली निवेश से रोज कमा सकते हैं हजारों रूपये | business mantra

laghu udyog : manufacturing business idea | कम लागत में शुरू करें मैन्युफैक्चरिंग उद्योग |  business mantra


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laghu udyog : manufacturing business idea | कम लागत में शुरू करें  मैन्युफैक्चरिंग उद्योग |  business mantra. मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस आइडिया, मैन्युफैक्चरिंग उद्योग, लघु उद्योग, गृह उद्योग बिजनेस, गृह उद्योग, घरेलू उद्योग. आज पुरूष ही नहीं महिलाएं भी रोजगार की तालश में है. हर कोई ऐसा बिजनेस शुरू करना चाहते है जिसे घर में रहकर किया जा सकें. व्यवसाय को शुरू करने के लिए बहुत अधिक पैसा भी ना खर्च करना पड़ें. ऐसे लोगों के लिए आज मैं पूजापाठ से संबंधित कुछ ऐसे घरेलु मैन्युफैक्चरिंग उद्योग के बारे में जानकारी दे रही हूं जिन्हें महिलाएं और पुरूष दोनों आसानी से कर सकते है. 



आइए जानते है उन घरेलु मैन्युफैक्चरिंग व्यवसाय के बारे में.


1  रूई बत्ती मैन्युफैक्चरिंग उद्योग

लंबी हो या गोल रूई बत्ती की जरूरत हर घर में होती है. प्रतिदिन खपत होने वाले इस प्रोडेक्ट की डिमांड बारह महिएनें रहती है. रूई बत्ती मैन्युफैक्चरिंग व्यवसाय को गांव, कस्बों और शहर कहीं भी किया जा सकता है.  

बेरोजगार युवक-युवतियां व घरेलु महिलाएं रूई बत्ती बनाकर अच्छी कमाई कर सकते हैं. रूई बत्ती मैन्युफैक्चरिंग उद्योग को शुरू करने के लिए किसी बड़ी डिग्री या डिप्लोमा की आवश्यकता नहीं है. कम पढ़े लोग भी काफी कम बजट में रूई बत्ती मैन्युफैक्चरिंग व्यवसाय को कर सकते है.


रूई बत्ती मेकिंग के लिए मशीन

रूई की बत्ती दो प्रकार की होती है. लंबी और गोल वाली. रूई बत्ती की मेकिंग प्रक्रिया काफी सरल है. इसे हाथ से बनाया जा सकता है, व्यवसाय को बढ़ाने के लिए मशीन से कम समय में अधिक मात्रा में रूई बत्ती बना सकते हैं. इसके लिए रूई बत्ती के निर्माण वाली मशीन, पैकिंग मशीन आदि की आवश्यकता होगी. 

हमारे पास दोनों तरह की रूई बत्ती बनाने वाली मशीन है जो काफी सस्ती है. इन मशीनों को आप वीडियो में देख सकते है कि इन मशीनों को चलाना कितना आसान है महिलाएं भी इसे आसानी से चला सकती है. मशीन खरीदने के लिए डायरेक्ट कंपनी से संपर्क कर सकते है.

 

रूई बत्ती के लिए कच्चा माल

रूई बत्ती के लिए कच्चा माल में रूई की आवश्यकता होती है, जो सभी जगह आसानी से उपलब्ध हो जाती है. थोक में रॉमटेरियल खरीदने के लिए शहर के होलसेल मार्केट से खरीद सकते है.

आजकल रंगीन कलरफूल रूई बत्ती भी तैयार होने लगी है. जो दिखने में काफी आकर्षक होती है. सस्ती व मंहगी किस्म की रूई बत्ती उसकी क्वालिटी, पैकेजिंग पर निर्भर होती है. जितनी अच्छी पैकेजिंग और क्वालिटी होगी, उतनी महंगी होगी. आप चाहे तो अच्छी पैकेजिंग करके इसे और मंहगे दामों में बेच सकते हैं. 



रूई बत्ती बनाने की ट्रेनिंग

रूई बत्ती बनाने की ट्रेनिंग आप जब मशीन खरीदेंगे उस वक्त ले सकते है. एक-दो घंटे की ट्रेनिंग के बाद आप मशीन को आसानी से चलाकर रूई बत्ती बना सकते हैं. 


रूई बत्ती कहां बेचें

तैयार रूई बत्ती को आप होलसेल मार्केट में बेच सकते है. शहर या गांव कहीं भी असानी से रीटेल बेच सकते है. पूजन सामग्री बेचने वाले रीटेलर को सप्लाई दे सकते है. मंदिरों के आसपास लगने वाले दुकानदारों को बेचने के लिए दिया सकता है. यदि आप हमसे मशीन खरीदते है तो थोक में माल हमें भी बेच सकते है.

आप रूई बत्ती मेकिंग बिजनेस शुरू करना चाहते है और कंपनी से डायरेक्ट मशीन खरीदना चाहते है तो बिजनेस मंत्रा वेबसाइट में कंपनी का नंबर दिया गया है वेबसाइट का लिंक वीडियो के नीचे डिस्केप्सन में मिल जाएगा.



2  मोमबत्ती मैन्युफैक्चरिंग उद्योग

मोमबत्ती मैन्युफैक्चरिंग काफी प्रॉफिटेबल उद्योग है. इस उद्योग को मात्र 10 से 20 हजार रूपए से घर के छोटे से हिस्से में शुरू किया जा सकता है. मोमबत्ती उद्योग को शुरू करने से पहले मोमबत्ती बनाने की प्रक्रिया के बारे में ट्रेनिंग जरूर ले ताकि इसे बनाने में आपको आसानी हो. साधारण मोमबत्ती के साथ साथ सुगंधित मोमबत्ती का व्यवसाय भी कर सकते है.


मोमबत्ती उद्योग के लिए लायसेंस

इस बिजनेस को शुरू करने के पहले रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जरूर पूरी कर लें. यह बिजनेस लघु उद्योग की श्रेणी में आता है. आप उद्योग आधार का रजिस्ट्रेशन करवा कर इस बिजनेस को शुरू कर सकते हैं. 

यदि आप बड़े स्तर पर इसे शुरू करना चाहते हैं. लायसेंस की प्रक्रिया जरूर पूरी करें. देश में किसी भी फैक्ट्री या कंपनी शुरू करने के लिए राज्य सरकार के अपने नियम है. इस बारे में अधिक जानकारी एमएसएमई की वेबसाइट पर ले सकते है. 



मोमबत्ती को ब्रांड बनाने के लिए एक अच्छा सा नाम रखें. नाम ऐसा रखें. जो नाम रखें वह मॉर्डन, क्रिएटिव और अटैक्ट्रिव हो. साथ ही नाम सरल भी हो ताकि इस बोलने में किसी को परेशानी ना हो. मोमबत्ती की पैकिंग आर्कषण और मजबूत होनी चाहिए. जिससे मोमबत्ती नष्ट ना हो.


मोमबत्ती की मार्केटिंग

मोमबत्ती की सेलिंग आप लोकल मार्केट के रिटेल दुकानदार को सेल सकते हैं. होलसेल मार्केट में होलसेल से कांटै्रक्ट कर सकते हैं. सरकार द्वारा समय-समय पर कला एवं शिल्प मेलों का आयोजन किया जाता है. इस मेलों में शामिल होकर भी मोमबत्ती को सेल कर सकते है. 

सरकार द्वारा लगाएं जाने वाले कला एवं शिल्प मेले में शामिल होने के लिए सरकारी शिल्प कार्ड होना जरूरी है. इस बारे में अपने राज्य की राजधानी के शिल्प उद्योग के कार्यालय से कार्ड बना सकते हैं. यह कार्ड होने पर सरकार द्वारा दी जाने वाली कई तरह की सुविधाएं प्राप्त कर सकते है.

ईकॉमर्स वेबसाइट पर अपनी कंपनी को रजिस्ट्रेशन करके भी माल को सेल कर सकते है. अपनी खुद की वेबसाइट बना कर मोमबत्ती को सेल किया जा सकता है.


मोमबत्ती की ट्रेनिंग कहां से लें

मोमबत्ती मेकिंग के बारे में राज्य सरकार द्वारा समय समय पर ट्रेनिंग दी जाती है. इस बारे में अपने क्षेत्र के ब्लॉक ऑफिस में पता कर सकते है. इसके अलावा खादीग्रामो उद्योग द्वारा भी मोमबत्ती की ट्रेनिंग दी जाती है. इस बारे में अधिक जानकारी के लिए खादीग्रोम उद्योग की वेबसाइट पर जानकारी ले सकते है. वीडियो में बताए गए सारे लिंक बिजनेस मंत्रा ब्लाग पर मिल जाएगा ब्लाग का लिंक वीडियो के नीचे डिस्कैप्शन में दिया गया है.



3  अगरबत्ती मैन्युफैक्चरिंग उधोग

अगरबत्ती मैन्युफैक्चरिंग उधोग को गांव, कस्बों और शहर कहीं भी किया जा सकता है. बेरोजगार युवक युवतियां व घरेलु महिलाएं अगरबत्ती मैन्युफैक्चरिंग व्यवसाय को घर से शुरू कर सकते है. अगरबत्ती व्यवसाय को भी लो बजट में शुरू करके अच्छी कमाई की जा सकती हैं. अगरबत्ती के बिजनेस को शुरू करने के लिए किसी डिग्री या डिप्लोमा की आवश्यकता नहीं होती है. अगरबत्ती का निमार्ण प्रक्रिया काफी आसान है. 


अगरबत्ती के लिए कच्चा माल 

अगरबत्ती के लिए कच्चा माल शहरों के प्रमुख बाजार में आसानी से मिल जाता है. अगरबत्ती बनाने के कई फार्मूलें हैं. पर सभी में लगभग एक ही तरह के कच्चे माल की आवश्यकता होती है. जिसमें लकड़ी का कोयला, लकड़ी का बुरादा, लोबान या राल, गूगल, जिकेंट, हल्दी पाउडर, धान की भूसी, कपूर, चंदन का बुरादा, सफेद चंदन, बांस की तीली आदि की आवश्यकता होती है. इसके अलावा विभिन्न प्रकार के सेंट यानी खुश्बू का इस्तेमाल किया जाता है. 




अगरबत्ती बनाने की प्रक्रिया

अगरबत्ती का निमार्ण किस तरह से किया जाता है. अगरबत्ती के कच्चे माल को अच्छे से मिलाया जाता है. अब इस मिश्रण को पानी मिलाकर अच्छे से गूंथ लिया जाता है. इसके बाद आटे की लोई की तरह छोटे-छोटे लोई बनाकर इसे हल्का-हल्का रगड़कर बांस की तीली पर चढ़ाया जाता है. इसे सूखा कर इसमें सुगंध मिलाया जाता है. अगरबत्ती तैयार.

एक किलो मसाला 35 से 40 रूपए में तैयार होता है. एक किलो बांस की तीली 30-40 रूपए किलो में मिलती है. एक किलों में 12 सौ -13 सौ तीलियां होती है. इसमें खुश्बू मिलाने बाद तैयार अगरबत्ती का भाव 100 रूपए किलो हो जाता है इसे आप थोक खरीददारों को 200 रूपए किलां के हिसाब से आसानी से बेच सकते है. इस प्रकार दिन भी में 5 से 10 किलो अगरबत्ती तैयार करके महिने में 15 से 30 हजार रूपए कमा सकते है.

यदि आप चाहे तो अच्छी पैकेजिंग करके इसे और मंहगे दामों में बेच सकते हैं. इसके लिए आपको पैकेजिंग मशीन के साथ इसकी मार्केटिंग व पब्लिसीटी भी करनी होगी.  


अगरबत्ती बनाने की ट्रेनिंग

अगरबत्ती बनाने की ट्रेनिंग आप खादी ग्रामो उद्योग से ले सकते है. खादी ग्राम उद्योग अगरबत्ती बनोन की टेनिंग पीरियड 15 दिनों का होता है. ट्रेनिंग के लिए अपने नजदीकी खादीग्राम उद्योग में जाकर फार्म भरना होगा. इसके बाद ट्रेनिंग के बारे में सूचना दी जाती है. ट्रेनिंग के बाद आप अगरबत्ती का निर्माण कर सकते हैं. इसके लिए खादी ग्रामो उद्योग द्वारा ऋण की भी व्यवस्था की जाती है. इसके अलावा मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना तथा प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना के अंतर्गत ऋण ले सकते हैं.


4  गोबर के आइटम का मैन्युफेंक्चरिंग उद्योग

गोबर तो देश के किसी भी क्षेत्र में आसानी से मिल जाएगा. गोबर से तैयार उपले, जिसे आम बोलचाल की भाषा में कंडे कहा जाता है, गोबर की मुर्ति, शो पीस, गमले और खाद आदि की आजकल बहुत अधिक डिमांड है. इन्हें आप ऑफलाइन और ऑनलाइन बेच सकते है. कम बजट में किसी घरेलु मैन्युफेंक्चरिंग उद्योग के बारे में सोच रहे है तो गोबर से तैयार आइटमों की मैन्युफेंक्चरिंग उद्योग शुरू कर सकते है. 


5  कपूर मैन्युफेंक्चरिंग व्यवसाय

कपूर एक ऐसी चीज है जिसका उपयोग बहुत से कामों में किया जाता है. इसकी डिमांड साल के बारह महिने रहती है. कपूर टेबलेट को मशीन की मदद से कोई भी बना सकता है. कपूर बनाने की प्रक्रिया बहुत ही सरल है. महिलाएं भी इसे आसानी से तैयार कर सकती है. क्योंकि कपूर बनाने वाली मशीन ओटोमेटिक होती है.

कपूर मेकिंग बिजनेस के लिए सबसे जरूरी सामाग्री में कैम्फोर पाउडर और मशीन की आवश्यकता होती है. कैम्फोर पाउडर को कपूर मेकिंग मशीन के द्वारा छोटे-बड़े टेबलेट का आकार दिया जाता है. कैम्फोर पाउडर को आम बोलचाल की भाषा में कपूर पाउडर भी कहा जाता है. यह एक क्रिस्टलीय ठोस पदार्थ है जिसमें एक विशेष प्रकार की गंध आती है. यह कैम्फर लौरेल नामक पेड़ से पाया जाता है. कैम्फर का पेड़ एशिया महाद्वीप में मुख्यत चीन, भारत, मंगोलिया, जापान ताईवान आदि देशों में पाया जाता है. 

कपूर बनाने की मशीन सिंगल फेस की मोटर द्वारा चलती है. इलैक्ट्रिक से चलने वाली यह मशीन ओटोमेटिक होती है. मशीन में ऊपर की तरफ कैम्फोर पाउडर डालने की जगह होती है. इस मशीन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें डाई की मदद से छोटे-बड़े साइज के टेबलेट बड़ी आसानी से तैयार किए जा सकते हैं. 



6  पेपर प्लेट मैन्युफैक्चरिंग उधोग 

पेपर प्लेट का उपयोग शादी ब्याह, पार्टी, बर्थडे आदि किसी भी छोटे बड़े समारोह में नाश्ते या भोजन के लिए किया जाने लगा है. पेपर प्लेट का उपयोग फूडकॉर्नरों और होटलों में भी किया जाने लगा है. आजकल पेपर प्लेट की काफी डिमांड है. मार्केट में इसकी डिमांड को देखकर पेपर प्लेट मैन्युफेक्चरिंग उद्योग शुरू कर सकते है. 


पेपर प्लेट सामाग्री रॉ मटेरियल

पेपर प्लेट मैन्युफैक्चरिंग उधोग शुरू करने के लिए अच्छे क्वालिटी का कागज, बॉटम रील, मशीन और अन्य सामानों की आवश्यकता होती है. इसमें सबसे खास होता है मशीन, जिसकी मदद से कागज को प्लेट का आकार दिया जाता है. 


पेपर प्लेट मेकिंग मशीन

मार्केट में पेपर प्लेट मैन्युफैक्चरिंग मशीनों में ऑटोमेटिक, सैमी ऑटोमेटिक और हैंड मशीन पाई जाती है. ये मशीने कई डिजाइन और साइज की होती है. साइज और कैपेसिटी के हिसाब से इन मशीनों की कीमत अलग अलग होती है.

पेपर प्लेट मेकिंग मशीन सिंगल डाई और डबल डाई या इससे भी अधिक डाई वाली पाई जाती है.  हैंड मशीन की मदद से सिंगल डाई में एक समय में एक ही प्लेट तैयार होती है. इसी तरह डबल डाई से एक समय में दो पेपर प्लेट तैयार किये जा सकते है. इन दोनों तरह के मशीनों की कीमत में थोड़ा अंतर होता है. हैंड पेपर प्लेट मशीन सस्ते होते है. कीमत कम होने की वजह से इन्हें कोई भी खरीद सकता है. यदि आप पेपर प्लेट मेकिंग बिजनेस को छोटे स्तर पर शुरू करना चाहते है तो घर के एक कोने में रखकर भी बिजनेस को शुरू किया जा सकता है.

पेपर प्लेट सैमी ऑटोमेटिक मशीन में एक समय में बाईस पेपर प्लेट तैयार होते है. इसमें भी सिंगल डाई और डबल डाई होते है. इनकी कीमत हैंड मशीन की तुलना में अधिक होती है.

इसी तरह पेपर प्लेट ऑटोमेटिक मशीन से कम समय में एक साथ सैकड़ों पेपर प्लेट तैयार होते है. इनकी कीमत अन्य मशीनों की तुलना में सबसे अधिक होती है. इन मशीनों में सिंगल डाई, डबल डाई या इससे अधिक डाई वाली पाई जाती है.

पेपर प्लेट मेकिंग मशीन की कीमत

मार्केट में बिकने वाली पेपर प्लेट मेकिंग मशीनों की कीमत क्वालिटी, साइज और क्षमता के हिसाब से अलग अलग तो होती है, यह शहर और कंपनी के हिसाब से भी इसमें काफी अंतर देखा गया है. इसलिए जब भी आप पेपर प्लेट मैन्युफेक्चरिंग मशीन खरीदनें जाएं तो मशीनों के बारे में अच्छे से जानकारी हासिल कर लें उसके बाद ही मशीन की खरीददारी करें. 

पेपर प्लेट मेकिंग मशीन यदि आप बिजनेस मंत्रा के माध्यम से खरीदना चाहते है तो दिए गए नबंर पर संपर्क करें. मोबाइल नंबर - 9039828298  

यहां बताएं गए किसी भी घरेलु मैन्युफेंक्चरिंग उद्योग को शुरू करने के बारे में सोच रहे है तो उससे संबंधित मशीन, कच्चा माल, उद्योग के लिए जरूरी लाइसेंस, मार्केटिंग आदि के बारे में पूरी जाननारी  चाहते है तो बिजनेस मंत्रा ब्लॉग देखें. बिजनेस मंत्रा ब्लॉग का लिंक डिस्केप्सन में दिया गया है.




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